विश्व लीवर दिवस विश्व भर में 19 अप्रैल को लीवर से सम्बन्धित बीमारियों की जांच करने और उन बीमारियों का इलाज करने की जागरूकता के लिए मनाया जाता है|
लीवर सम्बन्धित बीमारियों की किस्मे, लक्षण और जांच:
1. लीवर की कौन कौन सी बीमारियाँ होती हैं यां कौन सी बीमारियाँ लीवर को नुकसान पहुँचा सकतीं हैं ?
2. आपको या आपके परिवार के किसी मैंबर को लीवर की कोई बीमारी है या नहीं इसका कैसे पता लगाया जा सकता है ?
3. यदि मुझे लीवर की बीमारी है और वह मेरे लिए किस हद तक हानिकारक है और उसकी स्टेज कौन सी है?
लीवर की कौन सी बीमारियाँ होती हैं या कौन सी बीमारियाँ लीवर को नुकसान पहुँचा सकतीं हैं:
लीवर को नुकसान पहुँचाने के लिए फैटी लीवर सबसे अधिक हानिकारक है इसके साथ लीवर सिरोसिस (लीवर का ख़त्म होना) भी हो सकता है | काला पीलिया हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी विश्व में सब से अधिक भारत में फैला हुआ है, हेपेटाइटिस बी औरहेपेटाइटिस सी का पता जब तक मरीज़ का टैस्ट न किया जाये तब तक इसका पता नहीं लगाया जा सकता | विश्व लीवर दिवस के मौके पर मुफ़्त हैपेटायटस बी और हैपेटायटस सी टैस्ट किये जाते हैं ताकि इन बीमारियों का पता लगाया जा सके|
अलकोहलीक लीवर डिसीस (शराब पीने के कारण लीवर को पहुँचने वाले नुक्सान) से बचाव के लिए हमें मरीज़ को शराब पीने से रोकना चाहिए इस के लिए मरीज़ को कुछ दवाइयां देकर शराब पीने से रोका जा सकता है उस के बाद शराब पीने कारण ख़राब हुए लीवर का इलाज किया जाता है|
आपको या आपके परिवार के किसी मैंबर को लीवर की कोई बीमारी है या नहीं इसका कैसे पता लगाया जा सकता है?
लीवर की बीमारी का पता करने के लिए हमें कुछ टैस्ट जैसे कि ऐस्स.जी.ओ.टी, ऐस्स.जी.पी.टी, हैपेटायटस बी और हैपेटायटस सी आदि टैस्ट समय पर करवाने चाहिए | लिपीड प्रोफाइल टैस्ट द्वारा फैटी लीवर का और अल्ट्रासाउंड द्वारा लीवर पर चिपकी चर्बी का पता लगाया जा सकता है|
यदि मुझे लीवर की बीमारी है और वह मेरे लिए किस हद तक हानिकारक है और उसकी स्टेज कौन सी है?
फैटी लीवर कई किस्म का होता है नोर्मल् फैटी लीवर में लीवर पर चर्बी जमा हो जाती है अपने खाने – पीने पर ध्यान देने और कसरत करने के साथ उसे सही किया जा सकता है|
दूसरी स्टेज ऐन.ए.ऐस.ऐच (नौंन अलकोहलीक स्टेट ओफ हैपेटायटस) इस स्टेज में लीवर पर जमा हुई चर्बी लीवर को गर्म करना शुरू कर देती है इस स्टेज में ऐस्स.जी.ओ.टी, ऐस्स.जी.पी.टी, टैस्ट करवाने और इन की मात्रा बढ़ी होती है|
तीसरी स्टेज लीवर सिरोसिस होती है जो कि लीवर को पूरी तरह ख़त्म कर देती है | इस स्टेज में यदि मरीज़ का समय पर इलाज न किया जाये तो पेट में पानी भरना शुरू हो जाता है ख़ून की उलटी आ सकती है, लीवर कैंसर हो सकता है और मरीज़ बेहोशी की हालत में भी पहुँच सकता है| इस स्टेज में मरीज़ का लीवर ट्रांसपलांट करके उस की जान बचायी जा सकती है|
लिवर (जिगर) से सम्बंधित किसी भी जानकारी या इलाज़ के लिए आप हमें इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं| 92162-84444 / 0181-5241000
Liver Specialist
Dr. Varun Gupta,
MD, DNB, MNAMS
Gastroenterologist, Hepatologist, and Therapeutic Endoscopist
Patel Hospital, Jalandhar